SEO क्या होता है। SEO का मतलब क्या होता है।

SEO kya hota hai

Hello दोस्तों आपने कई बार सुना होगा SEO के बारे में तो आज हम इस ब्लॉग में बात करेंगे की SEO क्या होता क्या है और किसी भी वेबसाइट और  का इसे कैसे करते है और SEO करते समय हम कौन सी बातें ध्यान में रखेंगे। 

दोस्तो डिजिटल मार्केटिंग और इंटरनेट मार्केटिंग की ये इंडस्ट्री में SEO बोहत ही बड़ा महत्त्वपूर्ण है। इस डिजिटल दुनिया में लोग लाखों रुपये कमा रहे है। और ऑनलाइन घर बैठे पैसे कमा रहे है।  

अगर आप ने डिजिटल मार्केटिंग सीखना शरू किया है तो आप ने SEO के बारे में बोहत जगह सुना होगा या पढ़ा होगा। तो ये ब्लॉग आप पुरो पढ़ लोगे तो आपको SEO के लिए जो सवाल है उसके जवाब मिल जायेगे और इस ब्लॉग में हम आसान भाषा में समझेंगे की SEO क्या है और SEO कैसे करते है। 

SEO क्या है? और SEO का full form क्या है?

SEO का full form होता है Search Engine Optimization. जहां आप गूगल या किसी भी Search Engine पर जाकर कोई भी Keywords सर्च करते है तो आपके सामने कई सारे results आएंगे। अगर हम Google में सर्च करते है ahmedabad to mumbai flight तो तो हमने निचे दिए गए स्क्रीनशोर्ट मुजब रिजल्ट मिला। तो सब है इस Screen Shot के द्वारा आपको आसानी से समझ आएगा कि SEO कैसे Work करता है।

serp results demo in hindi

आप ऊपर जो इमेज है उसमे देख सकते है की जो ऊपर रिजल्ट शो हो रहा है  वह Google Ads के द्वारा शो हो रहा है। और जो नीचे Organic Result शो हो रहा है makemytrip की वेबसाइट का वो website को अच्छे से SEO करने की वजह से शो हो रहा है। 

तो SEO का मतलब है कि आपकी वेबसाइट या आपके ब्लॉग को इस तरह से optimize करना की जिस Keywords पर आप अपनी Website या Blog को रैंक करवाना चाहते हो वो Keywords रैंक कर सके। 

तो हमने देखा कि SEO क्या है और SEO कैसे  काम करता है अब हम आगे SEO के बारे में विस्तार से देखेंगे और हमारी Website या Blog को गूगल में कैसे रैंक करवाएंगे वो देखेंगे। 

तो हम SEO के बारे में विस्तार से समझने से पहले समझते है की Search Engine क्या है और Search Engine कैसे काम करता है।

Search Engine क्या है?

सर्च इंजन यूजर्स को परमिशन देता है कोई भी कीवर्ड सर्च करने के लिए परवानगी देता है। और जैसे ही यूजर्स कीवर्ड सर्च करता है तो SERP रिजल्ट शो करता है SERP का मतलब होता है Search Engine Result Page. 

सब सर्च इंजन प्रयत्न करते है की यूजर्स को जो माहिती चाहिए तो परफेक्ट मिल जाये 

कुछ पॉपुलर सर्च इंजन के नाम है: Google, Bing,Yahoo,Baidu,Yandex और Duckduckgo भी अभी पॉपुलर हो रहा है।

Search Engine कैसे काम करता है?

ज्यादातर Search Engine 3 स्टेप में वर्क करते है।

Crawling: सब Search Engine के bots होते है जिसको हम Spiders और Crawlers भी कहते है। ये जो Bots है वो इंटरनेट पर जितनी Websites Available है उसके पेजेज को Crawl करते है।

Indexing: Bots ने जो पेजेज Craw किये है वो सब Pages को अलग अलग कैटेगरी में अलग करके स्टोर करता है। उसको कहते है Indexing.

Ranking: अब बारी आती है रैंकिंग की User कोईभी Keywords Search Engine में search करता है तो Crawlers ने जो Webpages स्टोर करके रखे थे उसमें से User ने Keywords Search किया है उसके हिसाब से results शो होते वो है Ranking

तो हम यह देखते है की दुनिया के सबसे पॉपुलर 5 Search Engines:

  • Google: 84.14%
  • Bing: 6.18% 
  • Yahoo: 2.51%
  • Baidu: 0.59% 
  • Yandex: 0.26%

2020 में, Google दुनिया के सर्च इंजन बाजार का निर्विवाद चैंपियन था। नवीनतम शोध से संकेत मिलता है कि Google ने दुनिया के 88.14% बाजार हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर लिया है। 

तो इस पर से हमें पता चलता है की सब Website owner और Bloggers Google पर क्यों सबसे ज्यादा फोकस करते है| 

अब हम SEO शरू करते है तो हमें करना पड़ता है कीवर्ड्स रिसर्च। तो हम समझते है की क्या होता है Keywords Research? (What Is Keyword in SEO Hindi)

कीवर्ड रिसर्च का मतलब होता है हमारे बिजनेस से रिलेटेड और जिस कीवर्ड पे हम अपनी वेबसाइट रेंक करवाना चाहते है एसे कीवर्ड्स को Find करके उसका लिस्ट बनाना। 

अगर आप सो सीख रहे है तो ये 18 Types Keywords के बारे में जानना बेहद जरूरी है।

  1. Targeting के हिसाब से कीवर्ड्स के प्रकार:

  • Market segment keywords
  • Customer-defining keywords
  • Product keywords
  • Branded keywords
  • Competitor keywords
  • Geo-targeted keywords

  1. Length के हिसाब से कीवर्ड्स के प्रकार:

  • Short-tail keywords
  • Mid-tail keywords
  • Long-tail keywords

  1. Content लिखने के हिसाब से कीवर्ड्स के प्रकार:

  • Primary keywords
  • Related or LSI keywords

  1. Google Ads के हिसाब से कीवर्ड्स के प्रकार:

  • Broad match keywords
  • Phrase match keywords
  • Exact match keywords
  • Negative keywords

Types Of SEO in Hindi

अब हम समजते महत्वपूर्ण 3 Types के SEO के बारे में

On Page SEO

Technical SEO

Off Page SEO

On Page SEO क्या होता? 

On page SEO को हम On Site भी कहते है। On Page आपकी वेबसाइट पर जो Content है उसके Related है। वेबसाइट के प्रत्येक पेज को SEO के Points उसको ध्यान में रखके Optimize करे। 

Website या Blog का SEO करते समय ध्यान रखने वाली  बाते।

  • जिसे Keywords पर आप अपनी वेबसाइट को रैंक करवाना चाहते है उस Keywords का लिस्ट बना लीजिये। उसके लिए आप Excel Sheet या Google sheet का उपयोग कर सकते है।  

  • आप आपकी वेबसाइट या ब्लॉग के लिए Main Keywords Select कर लीजिये। और कोनसे कोनसे Keywords पर कोनसा पेग रैंक करवाना चाहते है उसका एक लिस्ट तैयार कर लीजिये। प्रत्येक पेग के लिए मैं कीवर्ड टारगेट करते समय ध्यान रखें की आप Main Keywords एक से ज्यादा Page में टारगेट ना करे। उससे ये होगा की गूगल के लिए Confusion Create होगा के ये Keywords पर कोनसा Page शो करवाना है।   

  • 3 से 5 Keywords आपके Main Keywords से रिलेटेड ले लीजिए उसको आप Content में Use कर सकते है।

  • Title इस तरह से लिखें की आपका जो Main Target keyword है उसे  टाइटल के शुरू में आ जाये। पर वो Title को आप भी बना सकते है। 

  • आपके Web Page के हेतु के हिसाब से Content लिखकर रेडी कीजिए ध्यान रहे Content कम से कम 300 Words का रखे और आप 800 Words तक भी लिख सकते है। 

  • आपका जो Main Keywords है उसको Target करते समय ध्यान रखने की keywords Density 1-2% रखे।

  • यूजर्स और बोट्स को आसानी से समज आ जाए वैसे फॉर्मेट में Content लिखे। 

  • इसके लिए आप Heading के अंदर Subheading यूज कर सकते है, 
  • लिस्ट के लिए बुलेट पॉइंट्स यूज कर सकते है, 
  • जो पॉइंट इम्पोर्टेन्ट है उसको बोल्ड कर सकते है  

  • अगर कोई टॉपिक में Subheading आता है तो उसको में लेना चाहिए

  • आपको जो Main Keyword है उसको आपको Content के पहले पैराग्राफ में उसे कर लेना चाहिए।  ध्यान रखे की वो Keywords को पैराग्राफ के शुरू में ही यूज कर ले। 

  • Relevant Anchor Text पर Relevant पेज का अच्छे से Internal Linking करिये 

  • Relevant Anchor टेक्स्ट पर आप कोई Third Party को Outbound Link भी दे सकते है। और ध्यान रखे जो आप Outbound Link दे रहे हो वो नए Tab में ओपन हो। 

  • कम से कम एक Image तो आपको Content के साथै Add करनी ही है। वो इमेज के नाम में Main Keywords Add कीजिये और Alt Tag में Main Keyword को ऐड कर दीजिये 

  • जब Webpage या Blog का URL रखे तब URL SEO Friendly रखे। 

  • Blog की Category और Tage आप का के Blog में जो Content है उससे Related रखे।

  • Meta Title वो है  जो आपका ब्लॉग जब SERP पे शो होगा तब जो Tile User को दिखाई देगा। वो Title को 60 Character का रखना चाहिए कर ध्यान रहे की आपका जो Primary Keyword है वो Title के शरू होते सेट करे।  

  • Meta Description SERP में टाइटल के निचे Show होगा और जब आप Blog या कोई Page के लिए Meta Description लिखे तो ध्यान रखे की आपका जो Primary Keyword है उसको Meta Description के शरू होते सेट करे और Meta Description 320 Character से कम रखे। 

  • आपका जो Blog है उसमे Social Media Sharing का  बटन दीजिये उससे ये फायदा रहेगा की जब कोई आपका Blog Read करता है और उसको पसंद आता है तो वो आपके Blog को सोशल मीडिया पर शेयर कर सके। 
  • जब आपका ब्लॉग रेडी हो जाये तो Grammar Errors और Plagiarism Check करले फिर ब्लॉग को पब्लिश करे। 

Technical SEO क्या होता है?

अब हम समझते हैं कि Technical SEO हो क्या है।  अगर एक आप लोग रहे हो और  आप आपके ब्लॉग या वेबसाइट के लिए On-Page SEO पर और Off-Page SEO पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं तो आपको टेक्निकल ऐसी हो पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए।

क्योंकि आपकी वेबसाइट या ब्लॉग को गूगल में रेन करवाने के लिए On-Page SEO जितना महत्वपूर्ण है उतना ही महत्वपूर्ण Technical SEO भी है तो अब हम समझते हैं कि टेक्निकल ऐसी होता क्या है।

Technical SEO का मतलब होगा कि आप अपने वेबसाइट या ब्लॉग को उस तरह से Optimize करें की  Google या किसी भी Search Engine के Bots आपकी वेबसाइट को आसान तरीके से समझ सके।  और आपकी वेबसाइट को आसान तरीके से Crawl  कर सके और Index कर सके।

तो समझते हैं की टेक्निकल इश्यू में आपको कौन सी बातों का ध्यान रखना पड़ेगा

अब तो टेक्निकल ऐसी हो करते  समय नीचे दी गई बातों का ध्यान रखना पड़ेगा।

  • वेबसाइट के स्ट्रक्चर को अच्छी तरह से ऑर्गेनाइज कीजिए।
  • वेबसाइट यूआरएल को सिंपल और User Friendly रखें।
  • Breadcrumbs को अच्छी तरह से Optizize करिए ताकि आपकी वेबसाइट या ब्लॉग का अच्छे से Internal Linking भी हो जाए।
  • अगर आपकी वेबसाइट या ब्लॉग को Index होने में Issuesआ रहे हैं तो उसको फिक्स कीजिए।
  • वेबसाइट या ब्लॉग Internal Linking को हो सके उतना अच्छे से Optimiz  कीजिए।
  • XML Sitemap वेबसाइट या ब्लॉग में अच्छे से यूज कीजिए।
  • Thin content और Duplicate Content आपकी  वेबसाइट या ब्लॉग पर ना हो उसका ध्यान रखें
  • आपकी  वेबसाइट में एक से ज्यादा पेज में सेम कंटेंट है तो Canonical Tag का उपयोग  कीजिए।
  • आपकी वेबसाइट के पेजेस हो सके उतना कम टाइम में लोड हो जाए उस तरह से पेज कॉपी मत कीजिए।

Off-Page SEO क्या है?

क्या आप ने सुना है ! OFF PAGE SEO क्या है?  जब हम  इंटरनेट की बात करे तब  SERP (search engine result page) इन सर्च इंजिन्स में टॉप आने के लिए हमें   SEO (SEARCH ENGINE OPTIMIZATION) बहोत ही आवश्यक है!

SEO तब है जब से इंटरनेट को पब्लिक के इस्तेमाल के लिए रखा गया था!आज कल बहुत से Organization यही करने मैं लगे हुवे है की, कैसे वो  ज्यादा से ज्यादा नए ऑडियंस तक पहोचे. जिससे उनकी वेबसाइट पर ज्यादा ट्रैफिक आये !और उनके विषय में ज्यादा लोगो को पता चले!

समय के साथ साथ SEO का मतलब केवल Keywords, Content और Backlinks तक ही नहीं रह गया है बल्कि इसमें अब और भी ज्यादा sophisticated और टेक्निकल  प्रैक्टिस  का इस्तमाल होने लगा है।

Off Page SEO का सबसे बड़ा फैक्टर  होता है नंबर  और बैकलिंक्स  की quality जो की आपके वेबसाइट को पॉइंट  करती हैं।

Off page SEO techniques का उपयोग कर हम अपने विज़िटर्स  और Search Engine को यह विश्वास दिलाने की कोशिश करते हैं की हमारे वेबसाइट या ब्लॉग के कंटेंट भरोसेमंद है और लोग इसे पसंद कर रहे हैं।

हम ऐसा link building और social signals के द्वारा कर पाते हैं:

Link building: जब कोई अन्य वेबसाइट आपके कंटेंट  को backlins देता है तो गूगल उस कंटेंट को ज्यादा वैल्युएबल और यूजफुल  समझता है। इससे हायर  रैंकिंग  के चान्सेस बढ़ जाते हैं।

Social signals: सोशल मीडिया पर अगर आपके कंटेंट को ज्यादा Like और Share मिलते हैं तो वह लोगों के बीच पॉपुलर बन जाता है और गूगल भी इसे एक पॉजिटिव Signal  मानता है।